रामगोपाल मिश्रा की दुखद मौत के बाद उनके परिवार ने प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि यदि प्रशासन ने सही समय पर कार्रवाई की होती, तो यह घटना घटित नहीं होती। लाठीचार्ज न करवाने से शायद इस तरह की हिंसा टल सकती थी। परिवार का दर्द इस बात से स्पष्ट है कि उन्हें सिर्फ माफी या गिरफ्तारी नहीं, बल्कि अपराधियों के एनकाउंटर की मांग है।
रामगोपाल मिश्रा का परिवार मुख्यमंत्री से न्याय की उम्मीद में
मृतक रामगोपाल मिश्रा का पूरा परिवार अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने जा रहा है। उनके पिता, मां, पत्नी और भाई सभी इस उम्मीद में हैं कि मुख्यमंत्री से मिलने के बाद उन्हें न्याय मिलेगा। उनके भाई ने कहा कि जिस तरीके से उनका परिवार इस त्रासदी से गुजरा है, वह किसी और के साथ नहीं होना चाहिए।
पुलिस और प्रशासन पर गंभीर आरोप
घटना के दौरान पुलिस और प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाए जा रहे हैं। परिवार का आरोप है कि जब घटना घटी, तो मौके पर कोई भी प्रशासनिक अधिकारी या पुलिस सहायता के लिए मौजूद नहीं था। वे कहते हैं कि यदि प्रशासन ने लापरवाही न दिखाई होती, तो रामगोपाल की जान बचाई जा सकती थी।
परिवार की मांग: सिर्फ गिरफ्तारी से नहीं, एनकाउंटर से मिलेगा संतोष
परिवार की नाराजगी इस बात से और भी बढ़ गई है कि अब तक जो गिरफ्तारियां हुई हैं, उनसे वे संतुष्ट नहीं हैं। वे अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई, यहां तक कि एनकाउंटर की मांग कर रहे हैं। रामगोपाल मिश्रा के भाई का कहना है कि केवल गिरफ्तारी से न्याय नहीं मिलेगा, और अपराधियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।
मुख्यमंत्री से न्याय की उम्मीद
अब परिवार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने जा रहा है, इस आशा के साथ कि उन्हें न्याय मिलेगा। परिवार ने साफ तौर पर कहा है कि अगर उचित कार्रवाई नहीं हुई, तो उनकी नाराजगी और बढ़ेगी। वे चाहते हैं कि इस मामले में तत्काल और प्रभावी कार्रवाई हो, ताकि इस दर्दनाक घटना का न्याय हो सके।
परिवार का दर्द और संघर्ष
रामगोपाल मिश्रा का परिवार इस समय गहरे दुख में है, लेकिन वे हार मानने के बजाय न्याय की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं। उनका मानना है कि जब तक अपराधियों को सख्त सजा नहीं मिलती, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। इस संघर्ष में उनका साथ मुख्यमंत्री से मिलने की उम्मीद के साथ और भी मजबूत हो गया है।